डायरिया (Diarrhoea) – कारण,प्रकार और लक्षण
डायरिया (Diarrhoea) – कारण,प्रकार और लक्षण
डायरिया(Diarrhoea) पाचन से संबंधित एक बीमारी है जिसमें व्यक्ति को दस्त आना शुरू हो जाते हैं। वैसे तो व्यक्ति को दस्त आने की बीमारी एक सामान्य बीमारी है लेकिन इसका उपचार बेहद ज़रूरी है।डायरिया में भी व्यक्ति को लगातार दस्त आते हैं जो यदि ठीक न हो तो निर्जलीकरण का कारण बन सकते हैं।डायरिया की बीमारी एक साधारण बीमारी है, जो हर व्यक्ति को साल में एक या दो बार जरूर होती है। इससे व्यक्ति के अंदर बहुत कमजोरी पैदा हो जाती है। अगर यह लगातार कई दिनों तक हो जाए तो इससे मौत भी हो सकती है।
डायरिया में व्यक्ति को जो मलत्याग होता है कि वह काफ़ी पतला होता है। ये रोग आंतों में रहने वाले परजीवी के कारण देखने को मिलता है। इस रोग में व्यक्ति के शरीर से पानी की मात्रा काफ़ी ज़्यादा निकल जाती है। डायरिया की बीमारी को आसानी से काबू में किया जा सकता है। इस बीमारी पर नियंत्रण पाने का सबसे आसान तरीका यह है कि शरीर से जितना पानी और नमक खत्म हुआ है उसकी भरपाई की जाए। इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है कि ओआरएस(ORS) का घोल या नमक पानी व चीनी का घोल बनाकर दिन में कई बार पिया जाए।
ज्यादातर डायरिया की बीमारी नमक और ओआरएस(ORS) के घोल से सही हो जाती है और ये घरेलू नुस्ख़े के तौर पर भी जाना जाता है। डायरिया(Diarrhoea) के रोगी अक्सर इस तरीक़े को अपनाते हैं लेकिन हमारी तरफ़ से आपको सबसे प्रथम सलाह यही दी जाती है कि आप डायरिया या किसी भी रोग के उत्पन्न होने पर डॉक्टरी परामर्श लें और उसके पश्चात घरेलू उपायों को अपनाएं।
यदि इसका समय पर इलाज न किया जाए तो शरीर में निर्जलीकरण की स्थिति उत्पन्न हो सकती है जिससे मृत्यु का ख़तरा बढ़ जाता है। डायरिया की बीमारी के कारण व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यह रोग अचानक से शुरू होता है और लंबे समय तक रहता है। बार बार दस्त आने के कारण शरीर में पानी और नमक की बहुत कमी हो जाती है जो मृत्यु का कारण भी बन सकती है।
आज के अपने इस लेख में हम डायरिया के कारण,प्रकार और लक्षण पर एक नज़र डालेंगे। तो आइए अपने इस लेख की शुरुआत करते हैं।
डायरिया(Diarrhoea) में दस्त आने के तीन प्रकार हैं
1.) बहुत पतला दस्त आना
इस हालत में व्यक्ति को बहुत ज्यादा पतला दस्त आता है। यह दिन में कई बार आता है जिससे व्यक्ति कमज़ोर हो जाता है। इसका इलाज घर पर आसानी से किया जा सकता है। यह बस एक या दो दिन तक रहता है। इस हालत में किसी खास इलाज की जरूरत नहीं होती। इसे घरेलू इलाज से आसानी से सही किया जा सकता है।
2.) कई दिनों तक दस्त आना
डायरिया के इस प्रकार में व्यक्ति को ऐसे दस्त आते हैं जो कई हफ्तों तक रहते है और यह बिना डॉक्टर की दवा के सही नहीं होता। इसलिए जब एक या दो दिन से ज्यादा दस्त आना बंद ना हो तो डॉक्टर से संपर्क करें अन्यथा नुकसान उठाना पड़ सकता है। यह निर्जलीकरण का कारण बन सकता है जिससे शरीर में बहुत कमजोरी हो जाती है।
3.) बराबर व लगातार दस्त रहना
डायरिया के इस प्रकार में बार-बार व्यक्ति को दस्त आता है और यह कई हफ्तों तक रहता है। यह बेहद ख़तरनाक स्थिति बन सकती है इसलिए बेहतर है कि ऐसी स्थिति का सामना करने पर बिना किसी देरी के डॉक्टर से संपर्क किया जाए और उपचार की विधि अपनायी जाए।
डायरिया की बीमारी का कारण
डायरिया की बीमारी होने की सबसे बड़ी वजह एक वायरस है जो आंतों पर बुरा प्रभाव डालता है। इसे वायरल गैस्ट्रो एंड्राइड व आंतों का फ़्लू भी कहा जाता है। यह व्यक्ति पर निर्भर है कि उसको किस कारण से दस्त आ रहा है।
हर व्यक्ति के दस्त आने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं जिनमें से कुछ कारण यह हैं-
1.) इंफेक्शन के कारण
2.) खाने में बेएहतियाती के कारण
3.) किसी दवा के नकारात्मक प्रभाव के कारण
4.) कुछ खाने से एलर्जी के कारण
5.) वायरल इंफेक्शन के कारण
6.) रेडिएशन थेरेपी के कारण
7.) फूड प्वाइजनिंग के कारण
8.) गंदगी के कारण
डायरिया रोग के लक्षण
दस्त आने के कई लक्षण है जिनका अनुभव करके आप यह पता लगा सकते हैं कि आपको डायरिया हो गया है, तो आइए जानते हैं वे लक्षण क्या हैं:
1.) बहुत ज्यादा मतली आना
2.) पेट में दर्द होना
3.) पेट में सूजन होना
4.) बहुत ज्यादा दर्द होना
5.) पानी की कमी होना
6.) बार बार बुखार आना
7.) खूनी मलत्याग होना
8.) बदहजमी होना
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