प्रमेह
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- बबूल के पत्ते का रस 10 मिली, 200 मिली दूध के साथ 15 दिन तक लेने से लाभ होगा।
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- रात का भोजन सूर्यास्त से पहले करे ताकि सोने से पहले पेसाब किया जा सके और रात को सोने से पहले शौच जाकर आयें और सुबह मे जल्दी उठे।
- हरी गिलोए का रस 10 ग्राम शहद मिलकर चाटे। 1 महीने तक ऐसा लगातार करें |
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- बड़ का दूध 10 बुंद पतासे मे डालकर रोज सुबह 1 महीने तक लगातार ले ।
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- आधा किलो इमली का बीज लेकर पानी मे भिंगोए और फिर छील कर लगातार छाया मे सूखा ले। सूखने के बाद इसे समान मात्रा मे मिस्री मिलकर इसे कूट पीसकर सुरक्षित रख ले और चौथाई चम्मच भर कर नित्य दूध से सुबह और – शाम ( दिन मे 2 बार ) फांकी ले | इस् प्रयोग को 50 दिन तक करने से शीघ्रपतन ,रोग दूर होगा और वीर्य बढ़ेगा ।
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- तुलसी के जड़ या बीज की चौथाई चम्मच लेकर पान मे रखकर से शीघ्रपतन का रोग दूर होता है , वीर्य पुस्ट होता है और मैथुन काल मे काफी देर तक रुकावट होती है।
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- 1 ग्राम शुद्ध शिलाजीत को 5 ग्राम शहद मे मिलकर सेवन करने से प्रत्येक प्रकार का प्रमेह दूर होता है। इसे लगातार 3 महीने तक करे।
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