रोग कारक खाद्यपदार्थ

Published by Aahar Chetna on

सॉफ्ट ड्रिंक: – एक रिपोर्ट के अनुसार सॉफ्ट ड्रिंक में 40 से 72 मिली ग्राम तक नशीले तत्व, ग्लीसिरीन, एल्कोहल, ईस्टरगम साइट्रिक एसिड व पशुओं से प्राप्त ग्लिसरोल इत्यादि पाये जाते हैं।

Plastic bottles of assorted carbonated soft drinks in variety of colors

शौचालय में किसी भी सॉफ्ट ड्रिंक्स को एक घंटे के लिए डाल दें तो वह फ़िनाइल की तरह उसे साफ कर देगा। कहीं जंग लग गया हो तो ड्रिंक में कपड़ा भिगोकर रगड़ने से वह हट जायेगा। हड्डियों और दाँतों को गलाने में मिट्टी को भी अनेक वर्ष लग जाते हैं परन्तु सॉफ्ट ड्रिंक में उसे 10 दिन तक पड़ा रहने दें, फिर चमत्कार देखें।

ऐसे खतरनाक सॉफ्ट ड्रिंक पीकर हम रसायन ही पेट में इकट्ठे कर रहे हैं और अपनी अंतड़ियों (Intestine), यकृत (Liver) आदि को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

अतः हम इस खतरनाक पेय द्वारा बच्चों, मेहमानों एवं स्वयं को भारी नुकसान पहुँचा रहे हैं।

मैदा: – मैदा तैयार करने में प्राकृतिक लवण, विटामिन, फुजला इत्यादि नष्ट हो जाते हैं केवल निम्नकोटि का स्टार्च रह जाता है।

मैदा आँतों में चिपट जाता है जिससे क़ब्ज एवं सड़ान (Fermentation) होकर विकार हो जाता है। अतः अनेक रोगों का होना स्वाभाविक है।

डिब्बा बन्द खाद्य (Preserved Food): – इनमें रसायन (Preservatives) मिले होते हैं। शरीर को ये रसायन बाहर निकालने पड़ते हैं जिससे बेमतलब शरीर एवं गुर्दों पर अनावश्यक भार पड़ता है।

फास्ट फूड एवं चाइनीज फूड: – इनमें भी अजीनो मोटों (Ajino Moto) या मोनोसोडियम ग्लुटामेट (Monosodium Glutamate) जैसे रसायन का मिश्रण रहता है जो कि धीरे-धीरे शरीर में संचित होता जाता है। जिससे साटे शरीर में विषाक्तता (Toxicity) हो जाती है जिससे कैंसर (Cancer) जैसे रोगों कि संभावना बढ़ जाती है।  


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