पेट के रोग-भाग3

सेका व पिसा हुआ जीरा, सिकी हुई डीग, कालीमिर्च व संधा नमक दही के पानी डालकर नित्य पीने से अपच ठीक होता है। भोजन शीघ्र पचता है। सामान्य पेट दर्द गर्म पानी में अरंडी का तेल दो तोला पीने से Read more…

पेट के रोग-भाग 1

अरुचि भोजन से पूर्व अदरक, नींबू के रस के साथ नमक मिलाकर खाने से मंदाग्नि, अजीव अरुचि में लाभ होगा। 10 दिन लें । सावधानी :- असमय भोजन करने से, मल-मूत्र आदि के वेग को रोकने से, निद्रा का नियम Read more…

प्रमेह

बबूल के पत्ते का रस 10 मिली, 200 मिली दूध के साथ 15 दिन तक लेने से लाभ होगा। रात का भोजन सूर्यास्त से पहले करे ताकि सोने से पहले पेसाब किया जा सके और रात को सोने से पहले Read more…

वातरोग

सोंठ के 20 से 40 मिली काढ़े में 5 से 10 ग्राम अरण्डी का तेल डालकर सोते समय लेने पर खूब लाभ होता है। महुएं के तेल में कूपर मिलाकर मालिश करें। लहसुन का सेवन करें। धतूरे के पत्तों का Read more…

तेल के नाम पर जहर खाना बंद करें।

घी और तेल दोनों ऐसे खाद्यान हैं जिनका भारतीय रसोई में अपना एक विशेष महत्व है। तलने से लेकर फ्राई करने तक घी और तेल का विशेष उपयोग किया जाता है। पर आज दुर्भाग्य है की हम घी के नाम Read more…

रोग से बचने के लिए अपनाएं ये तरीके

1.) कैल्शियम की कमी के लिए भोजन के बाद जीरा, तिल व कढ़ी पत्ता खाये। 2.) हार्टअटैक से बचने के लिए अदरक, लहसुन, पीपल पत्ते या अर्जुनारिष्ट लें। 3.) बवासीर से बचने के लिए खाली पेट भूपत्री बूटी या पत्थरचट्टा Read more…

क्यों खत्म होती जा रही है आपकी इम्यूनिटी (Immunity)?

आज हमसभी परेशान हैं क्योंकि हम अपनी इम्यूनिटी (Immunity) खोते जा रहे हैं। इम्यूनिटी को लेकर एक बड़ी समस्या है क्योंकि यह किसी दवा दुकान (Medical Shop) पर नहीं मिलती। न किसी अस्पताल (Hospital) में मिलती है न ही किसी Read more…

बुखार लगने की स्थिति में या इसके लक्षण दिखाई देने की स्थिति में क्या करें?

जब शरीर में विजातीय द्रव्य बढ़ जाता है या किसी प्रकार का संक्रमण फैल जाता है तब शरीर अपने तापमान को बढ़ाकर गंदगी को जलाती है। इस समय शरीर में जल तत्व की ज्यादा कमी होती है। ऐसी स्थिति में Read more…

भोजन (आहार)

शरीर के पोषण एवं क्षतिपूर्ण के लिए आहार अनिवार्य है। केवल आहार को सुधार कर भी मनुष्य के सभी रोग दूर किये जा सकते हैं। इसलिए कहा गया है कि आहार ही औषधि है। वह व्यक्ति बुद्धिमान है जो स्वस्थ Read more…