जलने पर तुरंत राहत पाने के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Burns in Hindi
जलने पर तुरंत राहत पाने के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Burns in Hindi
कुछ हादसों में शरीर पर कट लगने या खून निकलने की जगह त्वचा जल जाती है। अकेले भारत में लगभग 6 से 7 लाख लोग हर वर्ष इस हादसे का शिकार होते हैं। लगभग 90 प्रतिशत ऐसे मामले हैं, जो जलने से बचने के उपाय की मदद से रोके जा सकते हैं (1)। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम जलने के बारे में ही बात करेंगे। इस लेख के जरिए आप जानेंगे कि जलने से बचने के उपाय क्या हैं और अगर किसी वजह से यह हादसा हो जाता है, तो घर पर जलने पर उपचार और पुराने जले का इलाज किस तरह किया जा सकता है।
जलने के प्रकार – Types of Burns in Hindi
जलने के प्रकार को तीन भागों में बांटा जा सकता है। साथ ही यह इस बात पर निर्भर करते हैं कि जलने का घाव कितना गंभीर है:
- फर्स्ट डिग्री बर्न (First Degree Burn) : इस प्रकार में सिर्फ त्वचा की बाहरी परत जलती है, जिससे त्वचा लाल हो जाती है और सूजन के साथ दर्द होता है।
- सेकंड डिग्री बर्न (Second Degree Burn) : इस प्रकार में त्वचा की बाहरी और उसके ठीक नीचे की परत जल जाती है। साथ में त्वचा लाल हो जाती है, फफोले पड़ जाते हैं और सूजन के साथ दर्द भी होता है।
- थर्ड डिग्री बर्न (Third Degree Burn) : जलने के इस प्रकार में त्वचा की अंदरूनी परत तक जल जाती है। इससे फफोले पड़ जाते हैं, जिससे त्वचा सफेद या काली हो जाती है। इस वजह से त्वचा सुन्न भी पड़ सकती है, जिस वजह से शायद दर्द का एहसास न हो पाए।
इन तीन प्रकार के अलावा जलने के दो प्रकार और हो सकते हैं। ये जलन के प्रकार इस बात पर निर्भर करते हैं कि शरीर का कितना भाग जला है:
1. माइनर बर्न
- शरीर के किसी भी भाग पर फर्स्ट डिग्री बर्न।
- शरीर के किसी भी भाग पर लगभग दो-तीन इंच से कम सेकंड डिग्री बर्न।
2. मेजर बर्न
- थर्ड डिग्री बर्न।
- शरीर के किसी भी भाग पर लगभग दो से तीन इंच से ज्यादा सेकंड डिग्री बर्न।
- हाथ, चेहरा, पैर, जांघ, नितंब या किसी जोड़ पर सेकंड डिग्री बर्न।
जलने पर राहत पाने के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies for Burns in Hindi
क्या आप जानते हैं कि जलने पर घरेलू उपचार या पुराने जले का इलाज किया जा सकता है। ये घरेलू उपचार जलने की वजह से पड़ने वाले फफोलों और सूजन से आराम दिला सकते हैं।
1. एसेंशियल ऑयल
क) लैवेंडर ऑयल
सामग्री :
- लैवेंडर ऑयल की दो से तीन बूंदें
- रूई
विधि :
- रूई की मदद से लैवेंडर ऑयल को जले हुए प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
- पूरी तरह से आराम न मिल जाने तक इसे दिन में दो से तीन बार लगा सकते हैं।
कैसे काम करता है :
लैवेंडर ऑयल को जलने के उपचार के लिए प्रभावी माना गया है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम कर सकते हैं और घाव भरने का काम करते हैं ।
ख) टी ट्री ऑयल
सामग्री :
- दो से तीन बूंद टी ट्री ऑयल
- रूई
विधि :
- रूई की मदद से टी ट्री ऑयल को जले हुए प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
- पूरी तरह से आराम न मिल जाने तक इसे दिन में दो बार लगा सकते हैं।
कैसे काम करता है :
जलने पर घरेलू उपचार के लिए टी ट्री ऑयल का उपयोग कर सकते हैं। इसमें एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो घाव को जल्दी भरने में मदद करते हैं। साथ ही यह एंटी इंफ्लेमेटरी गुण से भी समृद्ध होता है, जो सूजन को कम करने में काफी हद तक मदद कर सकता है ।
ग) यूकेलिप्टस ऑयल
सामग्री :
- दो से तीन बूंद यूकेलिप्टस ऑयल
- रूई
विधि :
- रूई की मदद से यूकेलिप्टस ऑयल को जले हुए प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
- पूरी तरह से आराम न मिल जाने तक इसे दिन में दो बार लगा सकते हैं।
कैसे काम करता है :
यूकेलिप्टस ऑयल के गुण जलने का उपचार करने में लाभदायक साबित हो सकते हैं। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन से आराम दिलाते हैं। इसके अलावा, इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो जले हुए घाव को कीटाणुओं से बचाकर और घाव को जल्दी भरने का काम कर सकते हैं ।
2. एलोवेरा
सामग्री :
- एक बड़ा चम्मच एलोवेरा जेल
विधि :
- एलोवेरा जेल को अच्छी तरह जले हुए प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
- इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार दोहरा सकते हैं।
कैसे काम करता है :
जलने पर घरेलू उपचार करने के लिए एलोवेरा का उपयोग कर सकते हैं। जली हुई त्वचा को ठीक करने में एलोवेरा सीधे तौर पर काम कर सकता है। साथ ही एलोवेरा में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और एंटीसेप्टिक गुण घाव को जल्दी भरने में मदद कर सकते हैं।
3. शहद
सामग्री :
- दो छोटे चम्मच ऑर्गेनिक शहद
विधि :
- शहद को जली हुई प्रभावित त्वचा पर लगाएं।
- इस उपाय को दिन में कम से कम तीन बार करें।
कैसे काम करता है :
त्वचा का जलना एक प्रकार की ऑक्सीडेटिव इंजरी होती है और वहां फ्री रेडिकल्स का प्रभाव बढ़ जाता है, जो घाव के दाग का कारण बनते हैं। शहद में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। साथ ही, जली हुई त्वचा पर शहद के उपयोग से दर्द और जलन में आराम मिलता है और घाव को जल्दी भरने में मदद मिलती है।
4. टूथपेस्ट
सामग्री :
- एक छोटा चम्मच टूथपेस्ट
विधि :
- टूथपेस्ट को जली हुई त्वचा पर लगाएं।
- इस उपाय को दिन में कम से कम तीन बार करें।
कैसे काम करता है :
जलने पर उपचार के रूप में टूथपेस्ट का उपयोग फायदेमंद माना गया गया है। एक रिसर्च के अनुसार जलने से राहत पाने के लिए विकल्प के रूप में टूथपेस्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके साथ ही यह प्रारंभिक चोट को बढ़ाने की संभावना को भी कुछ हद तक कम करने में मददगार हो सकता है।
5. टी बैग
सामग्री :
- दो से तीन टी बैग
विधि :
- चाय बनाने के बाद टी बैग को न फेकें।
- इन्हें ठंडा कर लें और फिर जले हुए क्षेत्र पर लगाएं।
- चाहें तो एक सफेद बैंडेज की मदद से टी बैग को जली हुई त्वचा पर बांध भी सकते हैं।
- ध्यान रखें कि बैंडेज को बहुत टाइट न बांधें।
कैसे काम करता है :
चाय में टैनिन एसिड नाम का एक तत्व पाया जाता है, जो जलने पर घरेलू उपाय की तरह उपयोग किया जा सकता है। यह घाव को जल्दी भरने में मदद करता है और घाव के निशान को पड़ने से भी रोक सकता है। साथ ही यह दर्द को कम कर सकता है और संक्रमण से बचा सकता है ।
6. बेकिंग सोडा
सामग्री :
- एक चम्मच बेकिंग सोडा
- दो चम्मच पानी
विधि :
- बेकिंग सोडा को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं।
- इस पेस्ट को जली हुई प्रभावित त्वचा पर लगाएं।
- इस उपाय को दिन में कम से कम तीन बार करें।
कैसे काम करता है :
बेकिंग सोडा का उपयोग भी जलन की स्थिति को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकता है। एक रिसर्च के अनुसार बेकिंग सोडा का उपयोग गर्दन और ठुड्डी पर छोटे-छोटे जलने के घाव पर किया गया। इसके परिणाम में पाया गया कि जलने के प्राथमिक उपचार में बेकिंग सोडा को उपयोगी माना जा सकता है।
7. नारियल का तेल
सामग्री :
- एक से दो चम्मच वर्जिन कोकोनट ऑयल
विधि :
- अपनी उंगलियों की मदद से नारियल तेल को जली हुई त्वचा पर लगाएं।
- तेल को घाव में अवशोषित (Absorbed) होने दें।
- इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार कर सकते हैं।
कैसे काम करता है :
जलने पर घरेलू उपचार करने के लिए नारियल तेल एक कारगर हीलिंग एजेंट के रूप में काम कर सकता है। नारियल का तेल घाव को संक्रमण से बचाकर उसे जल्द भरने में मदद कर सकता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो घाव को जल्दी भरने में सहायता कर सकते हैं ।
8. विटामिन ई तेल
सामग्री :
- विटामिन ई ऑयल
विधि :
- जले हुए स्थानों पर विटामिन ई तेल का उपयोग करें।
- रोजाना इसका उपयोग किया जा सकता है।
कैसे काम करता है :
विटामिन ई तेल का उपयोग जले हुए क्षेत्र पर उपचार के रूप में किया जा सकता है। एक रिसर्च के अनुसार विटामिन ई ऑयल में वुंड हीलिंग और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाया जाता है। ये दोनों प्रभाव जलने के घाव को सुरक्षा देने के साथ ही घाव भरने की प्रक्रिया को तेज करने में मदद कर सकते हैं।
9. दूध
सामग्री :
- एक चौथाई कप ठंडा दूध
- एक बड़ा चम्मच शहद
- एक बड़ा चम्मच एलोवेरा जेल
विधि :
- एक ब्लेंडर में सारी सामग्री को डालकर अच्छी तरह मिला लें।
- अच्छी तरह मिलाने के बाद इस पेस्ट को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
- लगभग 15 मिनट लगे रहने के बाद धो लें।
कैसे काम करता है :
जलने का घरेलू उपाय करने के लिए दूध के इस्तेमाल से बनी यह मलहम बहुत लाभकारी साबित हो सकता है। यह कोशिकाओं को बढ़ने में और घाव को जल्द भरने में मदद करता है। साथ ही यह इन्फ्लेमेशन को कम करता है और जलने के दाग को कम कर सकता है। इस वजह से यह कहा जा सकता है कि इसके गुण जलने के घाव, खासकर सेकंड डिग्री बर्न के घाव को ठीक करने में बहुत प्रभावशाली तरीके से काम कर सकते हैं ।
10. ओटमील
सामग्री :
- एक बड़ा चम्मच ओटमील
- एक बाउल पानी
- रूई
विधि :
- एक बाउल पानी में कुछ देर के लिए एक बड़ा चम्मच ओटमील भिगो कर रख दें।
- कुछ देर बाद पानी को छान लें।
- इस पानी को रूई की मदद से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
- जब तक घोल अपने आप रूई से सूख न जाए, तब तक रूई को घाव पर लगे रहने दें। अंत में गुनगुने पानी में एंटीसेप्टिक लिक्विड
- की कुछ बूंदें मिलाकर उसकी मदद से घाव से रूई को निकाल लें।
कैसे काम करता है :
जलने पर उपचार के रूप में ओटमील का भी उपयोग कर सकते हैं। ओटमील के एंटी इंफ्लेमेटरी गुण और एंटीइच गुण होते हैं, जो घाव पर हुई सूजन और खुजली को कम करने में मदद करते हैं । जलने की वजह से अक्सर त्वचा रूखी पड़ जाती है। इसके लिए ओटमील के एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं, जो जली हुई त्वचा का रूखापन और खुजली को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
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