नीम (Neem) के फायदे, औषधीय गुण, लाभ और नुकसान
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नीम (Neem) के फायदे, औषधीय गुण, लाभ और नुकसान
नीम (Neem) भारत समेत कई देशों में पाया जाने वाला एक पेड़ है जिससे प्राप्त होने वाले अनेक स्वास्थ्य लाभों के कारण इसे एक शक्तिशाली जड़ी-बूटियों में गिना जाता है। नीम (Neem) के पेड़ से प्राप्त होने वाले फल, फूल, पत्ते, छाल व टहनियां आदि सभी में अलग-अलग प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं। आजकल मार्केट में साबुन, टूथपेस्ट, फेशवॉश व अन्य कई ऐसे उत्पाद पाए जाते हैं, जिनमें सामग्री के तौर पर नीम का इस्तेमाल किया गया है।
नीम के फायदे (Benefits of Neem)
नीम (Neem) में कई शक्तिशाली तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर में होने वाली कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। साथ ही नीम (Neem) पर कुछ अध्ययन भी किए गए हैं और उनमें भी यही पाया गया की नीम स्वास्थ्य को कई लाभ पहुंचा सकता है। नीम (Neem) से प्राप्त होने वाले प्रमुख स्वास्थ्य लाभो में निम्न शामिल हैं –
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नीम (Neem) रखे दांतों को स्वस्थ
नीम (Neem) में एंटीसेप्टिक, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट संबंधी कई तत्व पाए जाते हैं, जो दांतों को सड़न व विभिन्न प्रकार के संक्रमणों से बचाते हैं। रोजाना नीम की दातुन करने से मुंह को बदबू से बचाया जा सकता है।
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बालों को मजबूत बनाएं नीम (Neem) से
नीम में कई शक्तिशाली कंपाउंड पाए जाते हैं, जो बालों में जूं पैदा होने से रोकते हैं। साथ ही नीम में निम्बिडिन नामक खास तत्व पाया जाता है, जो बालों में रूसी होने से रोकता है।
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त्वचा को रोगमुक्त रखने के लिए नीम (Neem)
नीम में कई प्रकार के फैटी एसिड्स पाए जाते हैं, त्वचा के लिए एक एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी माइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं। नीम के इस्तेमाल से त्वचा को कई प्रकार के संक्रमणों से भी दूर रखा जा सकता है। आयुर्वेद के अनुसार चेहरे पर होने वाले मुहांसों के लिए भी नीम एक प्रभावी दवा के रूप में काम कर सकता है।
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मधुमेह के लक्षणों को कम करने में नीम (Neem) करे मदद
नीम (Neem) पर किए कुछ अध्ययनों में पाया गया कि इसके पत्तों में खास प्रकार के तत्व पाए जाते हैं, जो इंसुलिन बनने की प्रक्रिया को तेज कर देते हैं। हालांकि, अभी तक इन अध्ययनों की पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो पाई है।
नीम (Neem) से प्राप्त होने वाले उपरोक्त लाभ पूरी तरह से अध्ययनों पर ही आधारित हैं, जिनमें से कुछ अध्ययनों को चूहों व अन्य जानवरों पर ही किया गया है। हर व्यक्ति की शारीरिक प्रकृति के अनुसार उसपर नीम का प्रभाव अलग-अलग हो सकता है।
नीम के नुकसान (Side effects of Neem)
यदि नीम (Neem) का इस्तेमाल एक उचित मात्रा में किया जाए तो इसे आमतौर पर स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित माना गया है। हालांकि, यदि इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जा रहा है, तो इससे शरीर में कुछ विषाक्त प्रभाव पैदा होने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे पेट में दर्द, उल्टी, जी मिचलाना, दस्त व सीने में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
साथ ही कुछ लोगों को नीम से एलर्जी भी हो सकती है और त्वचा पर इसका इस्तेमाल करने से एलर्जिक रिएक्शन शुरू हो सकता है। इसलिए यदि आपको लगता है कि आपको नीम से एलर्जी हो सकती हैं, जो इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से बात कर लें।
नीम का उपयोग कैसे करें (How to use Neem)
आयुर्वेद, सिद्ध और अन्य कई चिकित्सा प्रणालियों में नीम को अलग-अलग प्रकार की दवाएं बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। प्राचीन काल से ही भारत में लोग इसकी टहनी से बनी दातुन का इस्तेमाल करते हैं, जिसे दांतों के स्वास्थ्य के लिए उत्कृष्ट माना गया है। आजकल कई मॉडर्न मेडिसिन बनाने में भी नीम का इस्तेमाल किया जाता है और साथ ही शैम्पू, साबुन व टूथपेस्ट जैसे कई प्रोडक्ट हैं, जिनमें नीम को एक सामग्री के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। नीम का इस्तेमाल निम्न तरीके से किया जा सकता है –
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टहनी चबाकर (दातुन के रूप में)
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पत्ते चबाकर
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पानी में उबालकर (त्वचा पर लगाने के लिए)
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