नीलगिरी तेल के फायदे – Eucalyptus Oil (Nilgiri Tel) Benefits in Hindi

Published by Anushka Chauhan on

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नीलगिरी तेल के फायदे – Eucalyptus Oil (Nilgiri Tel) Benefits in Hindi

ऐसे कई तेल हैं, जिनका इस्तेमाल त्वचा और बालों के साथ ही सेहत के लिए भी किया जाता है। एक ऐसे ही तेल के बारे में हम इस लेख में बता रहे हैं, जो सेहत से जुड़ी कई समस्याओं से बचाए रख सकता है। इस गुणकारी तेल का नाम है यूकेलिप्टस यानी नीलगिरी का तेल। यह कैसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लक्षणों से राहत दिलाता है, यह हमने रिसर्च के आधार पर बताया है। साथ ही यहां नीलगिरी तेल के फायदे और नीलगिरी तेल का उपयोग करने की जानकारी भी दी गई है।

नीलगिरी तेल के फायदे – Health Benefits Of Eucalyptus Oil in Hindi

नीलगिरी के तेल का उपयोग करने से कई तरह के फायदे हो सकते हैं। इन नीलगिरी के तेल के लाभ के बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गई है। बस ध्यान दें कि नीलगिरी का तेल किसी भी गंभीर बीमारी का इलाज नहीं है।

1.साइनस, कोल्ड और फ्लू के लिए

नीलगिरी का तेल साइनस (सांस लेने में तकलीफ), कोल्ड और फ्लू से राहत दिला सकता है । दरअसल, यह समस्याएं वायरल इंफेक्शन की वजह से होती हैं । एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, नीलगिरी तेल में एंटीवायरल क्षमता होती है। ये प्रभाव वायरस को कम करके इन परेशानियों से बचा सकता है।

यही वजह है कि खांसी होने पर इस्तेमाल में लाए जाने वाले वेपर रब में भी नीलगिरी तेल मिलाया जाता है। रिसर्च के अनुसार, इस तेल में डीकन्जेस्टेंट (सर्दी-खांसी की दवा) प्रभाव होता है। इससे नाक के श्वसन मार्ग और फेफड़े में जमे बलगम को साफ करके साइनस से निपटा जा सकता है। इन फायदों के लिए नीलगिरी के तेल की अरोमाथेरेपी या भाप ले सकते हैं।

2.गले में खराश का इलाज

गले में खराश होने पर नीलगिरी तेल लाभदायक हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में भी इस बात का जिक्र मिलता है। रिसर्च के अनुसार, नीलगिरी के तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक प्रभाव होते हैं। नीलगिरी के तेल में पाए जाने वाले ये प्रभाव खांसी और गले में होने वाली खराश को दूर कर सकते हैं। बस इसके लिए थोड़े से पानी में इस तेल की कुछ बूंदें डालकर भाप लें।

Shikakai – शिकाकाई – Acacia Concinna

3.Eucalyptus Oil दर्द और सूजन के लिए फायेदेमंड

नीलगिरी तेल के फायदे में दर्द और सूजन कम करना भी शामिल है। एक शोध के अनुसार, नीलगिरी तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक (दर्द-निवारक) प्रभाव होते हैं। नीलगिरी में पाए जाने वाले ये गुण एक ओर दर्द को कम और सूजन जैसी तकलीफदेह स्थिति में सुधार कर सकता है। इस तेल को प्रभावित हिस्से में लगाकर लाभ उठा सकते हैं।

4.Eucalyptus Oil मुंहासे व अन्य त्वचा संक्रमणों से दिलाए राहत

नीलगिरी का तेल त्वचा के लिए भी कई प्रकार से फायदेमंद हो सकता है। यह मुंहासों को दूर करने के साथ-साथ घाव भरने, सूजन को कम करने, जलन और फाेड़ों को ठीक करने में उपयोगी माना जाता है। एक रिसर्च के अनुसार, इसमें एंटीएक्ने प्रभाव होता है। यह सीबम ग्रंथियों को सिकोड़ कर इसके उत्पादन को कम कर सकता है, जिससे मुंहासों को बढ़ने का मौका नहीं मिलता।

एक अन्य शोध के मुताबिक, नीलगिरी के तेल का उपयोग त्वचा संबंधी अन्य समस्याओं के इलाज के लिए किया जा सकता है। इस तेल से बैक्टीरिया, फंगस या वायरस के कारण होने वाले संक्रमण से कुछ हद तक बचा जा सकता है। इसके अलावा, त्वचा की सूजन, एक्जिमा, झुर्रियां और फंगल इंफेक्शन की समस्या खत्म करने के लिए भी नीलगिरी का तेल फायदेमंद हो सकता है।

5.Eucalyptus Oil फेफड़ों के रोगों के लिए फायेदेमंड

फेफड़ों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए नीलगिरी के तेल के लाभ देखे जा सकते हैं। दरअसल, नीलगिरी तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-इंफेक्टिव प्रभाव होते हैं। ये फेफड़े की सूजन और इंफेक्शन को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, यह तेल फेफड़ों में रोग व संक्रमण उत्पन्न करने वाले जीवाणुओं को पनपने से रोक सकता है।

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6.फंगल इंफेक्शन से राहत

नीलगिरी तेल के फायदे में फंगल इंफेक्शन को कम करना भी शामिल है। दरअसल, इसमें मौजूद एंटीफंगल गतिविधि को पेनिसिलियम डिजीटम (Penicillium Digitatum) व एस्परगिलस फ्लैवस (Aspergillus flavus) जैसे फंगस से लड़ने में प्रभावकारी पाया गया है। ये फंगस कई प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकते हैं। एक अन्य शोध के अनुसार, नीलगिरी तेल नाखून में होने वाले संक्रमण के साथ ही कई प्रकार के फंगल इंफेक्शन को बढ़ने से रोक सकता है।

7.दांतों के लिए

दांतों को स्वस्थ रखने के लिए भी नीलगिरी तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, नीलगिरी का तेल लैक्टोबैसिलस एसिडोफिलस जैसे मुंह को नुकसान पहुंचाने वाले पैथोजन के प्रभाव को कम कर सकता है। इसी कारण से इसे एक अच्छा एंटीकैरियोजेनिक एजेंट माना जाता है, जो दांतों को सड़न से बचा सकता है। साथ ही यह दांतों के खराब बैक्टीरिया को भी नष्ट कर सकता है।

8.घाव भरने के लिए

नीलगिरी के तेल के फायदे घाव भरने के लिए भी हो सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च में दिया है कि यूकेलिप्टस एसेंशियल ऑयल में वुंड हीलिंग प्रभाव होता है। इससे घाव भरने की प्रक्रिया तेज हो सकती है।

9.बालों के लिए

बालों के लिए भी नीलगिरी के तेल के फायदे हो सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, नीलगिरी के तेल में एंटी-डैंड्रफ प्रभाव होता है, जो रूसी की समस्या से छुटकारा दिला सकता है। रूसी से छुटकारा दिलाने के साथ ही इस तेल को स्कैल्प के ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने के लिए भी जाना जाता है। इससे बालों के विकास को बढ़ावा मिलता है और बाल स्वस्थ बने रहते हैं।

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