Desi Khand: Best Sugar Substitute | चीनी के विकल्प | देसी खांड कैसे बनती है

Published by Aahar Chetna on

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Desi Khand: Best Sugar Substitute | चीनी के विकल्प | देसी खांड कैसे बनती है

दोस्तों आज के इस लेख में जानेंगे चीनी का सबसे अच्छा विकल्प क्या है और कैसे? चीनी एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसका उपयोग हम प्रतिदिन किसी न किसी रूप में करते हैं। सुबह चाय से लेकर शाम की हर मीठे पकवान और मिठाइयों में।

कुछ वर्षों से जिस तरह डायबिटीज़ की बीमारी बढ़ी है चीनी से हम सभी दूरी बनाने का प्रयास कर रहे हैं पर यह संभव नहीं हो पा रहा है। भारत में कोई भी पर्व बिना मिठास का अधूरा है और मिठास के लिए सबसे ज्यादा चीनी का ही प्रयोग किया जाता है।

एक सवाल आपके भी मन में कभी न कभी आता होगा की आखिर चीनी की वजह से डायबिटीज़ (Diabetes) हो रहा है तो हमारे पूर्वज मिठास के लिए ऐसी कौन सी प्रॉडक्ट का उपयोग करते थे की उनको डायबिटीज़ नहीं हुई और हमारी आज की जेनेरेशन बीमारियों से घिरती जा रही है।

दोस्तों आज इस लेख में हम ऐसे ही एक प्रॉडक्ट के बारे में जानेंगे जिसे चीनी का सीधा विकल्प कहा जाता है और यह प्रॉडक्ट पुराने समय से हमारे देश में बनते आया है।

इस लेख में हम चीनी के विकल्प कहे जाने वाले प्रॉडक्ट के बनाने के बारे में भी जानेंगे।

दोस्तों चीनी के स्थान पर हम सभी कई तरह के प्रॉडक्ट का प्रयोग करते हैं पर बिल्कुल चीनी जैसी मिठास और स्वाद सिर्फ एक ही प्रॉडक्ट में मिलती है उसका नाम है देसी खांड (Desi Khand) जिसे खांडसारी भी कहा जाता है। आपको यह लेख पूरा पढ़ना चाहिए ताकि आप जान सकें की आखिर चीनी का विकल्प- देसी खांड बनता कैसे है? इसके लिए हमने सभी जानकारियाँ देसी खांड बनाने वाली एक प्रतिष्ठित संस्था “ग्राम चोपल संस्कृति” से ली है जो देश में शुद्ध देसी खांड को बनाते और उपलब्ध कराते हैं। तो शुरू करते हैं इस लेख को …..

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Desi Khand- Sugar Substitute

देसी खांड (Desi Khand) गन्ने के रस से तैयार होती है और गन्ने के रस से चीनी भी तैयार होती है पर चीनी डायबिटीज़ करती है और देसी खांड खाने से डायबिटीज़ नहीं होता क्योंकि देसी खांड बनाने में किसी तरह के सिंथेटिक रसायन (Chemical) का प्रयोग नहीं किया जाता है।

सबसे पहले गन्ने से कोल्हू क्रेशर द्वारा रस निकाला जाता है और इसे छन्ने की मदद से छाना जाता है ताकि गन्ने के छोटे टुकड़े और तुनके अलग हो जायें। इसके बाद गन्ने के रस को अलग-अलग तापमान पर गर्म किया जाता है। दोस्तों यदि आपने गुड़ बनाने का process देखा होगा तो यही प्रक्रिया की जाती है।

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गन्ने की रस की मैली छाटने के लिए सुखलई के पौधे का रस और अरंडी (castor) के तेल का प्रयोग किया जाता है। सुखलई का पौधा देखेने में भिंडी जैसा होता है यही कारण है की इसे जंगली भिंडी भी कहते हैं। यह गन्ने के रस की मैली को हटाने का काम करता है।

इसके बाद गन्ने को रस को कभी देर तक गर्म किया जाता है और रस धीरे-धीरे गाढ़ा होने लगता है और ऐसी अवस्था में पहुँच जाता है जहाँ यह semiliquid form में आ जाता है जिसे ‘राब’ भी कहा जाता है। राब भी बहुत गुणकारी होता है और बहुत ही स्वादिष्ट होता है।

इसके बाद इस राब को बड़े-बड़े लोहे के कंटेनरों में डाल दिया जाता है इसमें लोहे के ब्लेड लगे होते हैं जिसका काम होता है राब को ठंडा करते हुये घुमाते रहना ताकि क्रिस्टल बन सके। इस प्रक्रिया को काफी समय लगता है।

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राब

खांड (khand) बनाने वाले कारीगर (Food Technician) समय-समय पर कंटेनर में से थोड़े से राब को निकालकर चेक करते हैं और देखते हैं की इसमें क्रिस्टल बन रहा है या नहीं। जब क्रिस्टल बनना शुरू हो जाता है तब इस liquid राब को centrifugal मशीन जिसे separator भी कहा जाता है उसमें डाला जाता है और पानी की मदद से साफ किया जाता है जिससे क्रिस्टल और सिरा (sugar syrup) अलग हो जाते हैं और क्रिस्टल के रूप में खांड मिल जाता है।

इसके बाद बारीक छन्ने से बड़े और छोटे क्रिस्टल अलग कर लिए जाते हैं। यह बिल्कुल स्वाद और दिखने में चीनी जैसा ही होता है बस फर्क यही होता है की इसके क्रिस्टल बारीक होते हैं और एक जैसे नहीं होते हैं। 

दोस्तों खांड भारतीय परंपरागत स्वीटनर है और हमारे देश में बहुत ही पुराने समय से बनते आ रहा है, पर अंग्रेजों ने चीनी को बढ़ाने के लिए इस कुटीर उद्योग को बर्बाद कर दिया था और इसपर काफी टैक्स लगा दिया था।

YouTube: Desi Khand : Sugar Substitute | ऐसे बनती है देसी खांड | इसे खाने से डायबिटीज नहीं होता

Desi Khand : Sugar Substitute | ऐसे बनती है देसी खांड | इसे खाने से डायबिटीज नहीं होता

वर्तमान में खांड बनाने के कुटीर उद्योग को आज “ग्राम चोपल संस्कृति” सहेजने का काम कर रही है और शुद्ध देसी खांड (Desi Khand) को पूरे देश में अलग-अलग माध्यम से पिछले 7 सालों से निरंतर उपलब्ध करा रही है।

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यदि आप भी चीनी को बदलकर डायबिटीज़ से मुक्त होना चाहते हैं और चीनी का विकल्प अपनाना चाहते हैं तो शुद्ध देसी खांड का प्रयोग करें, आप “ग्राम चोपल संस्कृति” से जुड़ सकते हैं। इनसे जुड़ने के लिए आप नीचे दिये डिटेल्स पर संपर्क कर सकते हैं।

ग्राम चोपल संस्कृति
ग्राम- मोरटा
मेरठ रोड, गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश- 201003
Mob: +91-9968832506, +91-7061760438

 

“आहार चेतना (Aahar Chetna)” टीम आपतक स्वास्थ्य और प्रॉडक्ट से जुड़ी जानकारी पहुंचाने का प्रयास कर रही है ताकि आप इनका प्रयोग करके स्वस्थ रहें।

इसे भी पढ़े: क्या है मधुमेह (Diabetes) के लक्षण, कारण और उपचार

      

References: 

Gram Chopal Sanskriti- Ghaziabad (Uttar Pradesh)

(About Gram Chopal sanskriti: Manufacturer of traditional sweetener like..Desi Khand, Khand Dhaga Mishri, Jaggery, Jaggery Powder, Gulkand, Sirka (vinegar) and honey)


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