Black Fungus: क्या है ब्लैक फंगस- कारण, लक्षण और कैसे ब्लैक फंगस से बचें ?

Published by Anushka Chauhan on

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Black Fungus: क्या है ब्लैक फंगस- कारण, लक्षण और कैसे ब्लैक फंगस से बचें ?

Black Fungus

ब्लैक फंगस क्या है?

ब्लैक फंगस एक प्रकार की बीमारी है जो बैक्टीरिया और वायरस से नहीं फैलती बल्कि यह एक विशेष प्रकार के फंगस के द्वारा फैलती है। ब्लैक फंगस को म्यूकर माईकोसिस के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का दुर्लभ संक्रमण है जो काफ़ी ख़तरनाक माना जाता है।

ब्लैक फंगस वैसे तो एक दुर्लभ बीमारी है लेकिन कोरोना वायरस से लड़ रहे या ठीक हो चुके मरीज़ों पर यह अपना प्रभाव तेज़ी से फैला रही है। इस बीमारी के कुछ सामान्य लक्षण हैं जो वैसे तो पहचान में नहीं आते लेकिन असल में काफ़ी ख़तरनाक होते हैं। आइए देखते हैं ब्लैक फंगस के लक्षण कौन कौन से होते हैं?

ब्लैक फंगस के लक्षण

1.) आँखों में जलन

2.) चेहरे, नाक के पास या आँख के पास त्वचा का काला हो जाना

3.) त्वचा पर काली पपड़ी बनना

4.) जबड़ों की हड्डी को नुक़सान

5.) चेहरा सुन्न हो जाना

6.) सर में भयानक दर्द होना

7.) चेहरे पर दोनों तरफ़ या एक तरफ़ सूजन

ब्लैक फंगस का प्रभाव

ब्लैक फंगस एक ख़तरनाक बीमारी है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, यूएसए में हुए एक शोध में इस बात का ख़ुलासा किया गया है कि इस संक्रमण से मृत्यु के चांसेस लगभग 54% तक बढ़ जाते हैं।

ब्लैक फंगस कोरोना वायरस की चपेट में आए मरीज़ और कोरोना वायरस से रिकवर हो गए मरीज़ दोनों पर अपना प्रभाव दिखा रहा है। इसके अलावा शुगर पेशेंट को भी ब्लैक फंगस होने के चांसेस काफ़ी ज़्यादा हैं। ब्लैक फंगस कोई साधारण इन्फैक्शन नहीं बल्कि एक ख़तरनाक बीमारी है जिसमें मृत्यु का ख़तरा रहता है। यह कैंसर जितनी ख़तरनाक बीमारी है। केन्द्र सरकार के द्वारा पेश की गई एक रिपोर्ट में इस बात का ख़ुलासा हुआ है कि ब्लैक फंगस से मरने वाले लोगों का आंकड़ा लगभग 3% है लेकिन अब मृत्यु दर में वृद्धि हो गई है और यह 66 प्रतिशत तक बढ़ गई है। इस प्रकार आप देख सकते हैं कि ब्लैक फंगस कितना ज़्यादा ख़तरनाक है।

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क्या है डॉक्टर्स की सलाह?

डॉक्टर्स का मानना है कि यह एक ख़तरनाक बीमारी है और इसके लक्षण शुरुआती दौर में पकड़ में नहीं आते। इसके लक्षण कई मामलों में या तो दिखाई नहीं पड़ते या फिर लोग इसे नोटिस नहीं करते।

डॉक्टर एन सी पवाँर जो कि जयपुर स्थित सीएल पवाँर अस्पताल के एक सीनियर कंसल्टेंट और होम्योपैथिक मेडिकल असोसिएशन ऑफ़ इंडिया के एक मेंबर भी हैं, उनका कहना है कि ब्लैक फंगस के लक्षणों को ध्यान में रख के इस बीमारी से लड़ा जा सकता है।

डॉक्टर्स का कहना है कि ब्लैक फंगस के लक्षणों को लेकर लोग जागरूक नहीं हैं और लोग इन लक्षणों को अनदेखा कर देते हैं। यही कारण है कि ब्लैक फंगस दिन प्रतिदिन ख़तरनाक होता जा रहा है और लोगों के बीच अपने पैर पसारता जा रहा है।

जियो पैनेलिस्ट न्यूरोसर्जन डॉ सचिन बिंदल से जाने ब्लैक फंगस वह उससे बचाव पर सलाह !

क्या करें?

ब्लैक फंगस चूंकि कोरोना वायरस से पीड़ित या रिकवर हो चुके मरीज़ों पर अपना प्रभाव दिखा रहा है इसके साथ ही शुगर पेशेंट को भी अपनी चपेट में ले रहा है तो ऐसे में इन लोगों को अपना ख़ास ख्याल रखना चाहिए।

ऐसे लोग जो कोरोना वायरस से रिकवर हो गए हैं या ऐसे लोग जो डायबिटीज़ के मरीज़ हैं उन्हें किसी भी प्रकार के कोई भी मामूली से शारीरिक बदलाव को अनदेखा नहीं करना चाहिए। ये लोग ब्लैक फंगस के निशाने पर होते हैं तो ऐसे में यदि इन्हें किसी भी तरह का कोई लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

यदि ब्लैक फंगस से संबंधित कोई भी लक्षण शरीर में दिखाई दे रहा है तो उसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। ऐसे लोग जो किसी बीमारी से लड़ रहे हैं उन्हें भी अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए और किसी भी लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। अपने आहार को संतुलित रखें। कोई भी ऐसी चीज़ अपने आहार में शामिल ना करें जो शरीर को नुक़सान पहुँचाती है।

आज के इस कोरोना वायरस के दौर में जब हर तरफ़ त्राहि त्राहि मची हुई है तो ऐसे में हमें उम्मीद नहीं खोना चाहिए। वास्तव में कोरोना वायरस और अब ब्लैक फंगस मानवता के लिए एक बड़ा चैलेंज हैं लेकिन हम साथ मिलकर इससे लड़ सकते हैं। इस लेख में बताए गए कुछ पैमानों पर ध्यान दीजिए और बीमारी से लड़ने में मदद कीजिए।

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