जाने चूना खाने का सही तरीका कई बीमारियों में करेगा काम best way to use edible lime
जाने चूना खाने का सही तरीका कई बीमारियों में करेगा काम-best way to use edible lime
बीमारियों को ठीक करने के लिए चूना खाने को कहा जाये तो यह बेहद अजीब लगता है, पर आपको जानकार हैरानी होगी की यही चूना कई स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने में कारगर है।
चूना (Edible Lime) प्रयोग करने का सही तरीका :
खाने के लिए पान में लगाकर खाया जाने वाला चुने का प्रयोग किया जाता है। चूना (Edible Lime) हमेशा गीला ही प्रयोग करें, घर में प्रयोग करने के लिए पान की दुकान से पान में खाया जाने वाला बुझा हुआ चूना लायें और काँच के ग्लास में या चीनी मिट्टी के कप में पानी डालकर रख दें।
कैसे प्रयोग करें (How To Use):
प्रतिदिन संभव हो तो सुबह में पानी के साथ या भोजन में दाल के साथ एक गेंहूँ के दाने के बराबर गीले चुने का प्रयोग करें।
नोट:
- 24 घंटे यानि एक दिन में केवल एक हीं बार चूने का प्रयोग करें। दूध के साथ चूने का प्रयोग न करें।
- चूने की गोली बनाकर खाने से अच्छा गीला चूना हीं खायें क्योंकि सूखे हुये चूने की गोली को पचाने के लिए शरीर में अतिरिक्त एसिड की आवश्यकता पड़ती है साथ ही उसे dilute यानि विलय करने के लिए लगभग 1.3 से 1.5 लीटर पानी चाहिए।
- चूने का प्रयोग गेंहूँ के दाने जितना हीं करें साथ ही भरपूर मात्रा में पानी का सेवन करें।
किन-किन बीमारियों में करें चूने का प्रयोग:
- पीलिया (ज्वाइंडिस) में गेहूं के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर सेवन करना चाहिए।
- चूना नपुंसकता की सबसे अच्छी दवा है। चूना गन्ने के रस में पीने से साल- डेढ़ साल में ये बीमारी ठीक हो जाएगी।
- लंबाई बढ़ाने के लिए चूना गेहूं के दाने के बराबर दाल में लें।
- चूने से स्मरण शक्ति बढ़ती है ।कम बुद्धि वाले बच्चों के लिए भी चूना उपयोगी है।
- मासिक चक्र की सबसे अच्छी दवा है चूना। जिन माताओं की उम्र 45 – 50 वर्ष से अधिक हो गई है और उनका मासिक धर्म बंद हो गया हो तो उनको चूना जरूर प्रयोग करना चाहिए।
- मासिक धर्म की स्थिति में 45 वर्ष के बाद जब यह क्रिया बंद होती है उसके बाद कैल्शियम को पचाने वाले हार्मोन्स(रस) शरीर में बनना बंद हो जाते हैं, इसलिए बाहर से कैल्शियम की पूर्ति का विकल्प चूना है अर्थात 45 वर्ष के बाद या मासिक चक्र बंद होने के बाद चूना अवश्य खाएं। इससे शरीर में कैल्शियम की आवश्यकतानुसार पूर्ति होती रहेगी।
- गर्भावस्था में चूना कैल्शियम पूर्ति के लिए जरूर खाना चाहिए। गेहूं के दाने के बराबर 1 / 2 कप अनार के रस में। मां को बच्चों के जन्म के समय कोई तकलीफ नहीं होती है। नॉर्मल डिलीवरी होती है, बच्चा तंदुरुस्त होता है, बच्चा जल्दी गंभीर बीमार नहीं होता है। बच्चा बहुत होशियार होता है।
Magical Antifungal Cream | तेष्की चर्म रोग औषधि | Teshki Fungal Infection Ointment
- चुना घुटने का दर्द भी ठीक करता है। कमर दर्द, कंधे का दर्द, रीड की हड्डी की सभी बीमारियां चूने से ठीक होती है। टूटी हड्डी को जोड़ने की ताकत सबसे ज्यादा चूने में है।
- मुंह में ठंडा- गर्म पानी लगता है तो चूना खायें। मुंह में छाले हुए हैं, चूने का पानी पिए तुरंत ठीक हो जाएंगे। खून कम होने पर चूना जरूर लेना चाहिए। एनिमिया बीमारी में अनार के रस में चूना अवश्य लेना चाहिए।
- जिन्हें दिन भर नींद आती है वो चुना खाए। हाथ पैर सुन्न हो जाते हैं तो चुना खाते रहिए। चुना कभी- भी अकेले ना ले यानी पानी या किसी वस्तु में मिलाकर ले, दूध को छोड़कर।
इसे भी पढ़ें: छाजन का देसी इलाज – Chhajan ka desi ilaaj
अस्वीकरण: इस साइट पर उपलब्ध सभी जानकारी और लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं। यहाँ पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
0 Comments