अंगूर के 10 फायदे – Benefits of Grapes (Angoor) in Hindi
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अंगूर के 10 फायदे – Benefits of Grapes (Angoor) in Hindi
खाने के साथ-साथ फल का सेवन करना भी जरूरी है, लेकिन कई बार वक्त की कमी और फल छिलने के आलस के कारण लोग इन्हें खाने से बचते हैं। ऐसे में एक फल ऐसा भी है, जो बिना मेहनत के खाया भी जा सकता है और गुणों का खजाना भी है। हम यहां बात कर रहे हैं, अंगूर की। ये न सिर्फ स्वादिष्ट होता हैं, बल्कि अंगूर खाने के फायदे भी अनेक हैं। यही कारण है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में, हम न सिर्फ अंगूर के गुण बता रहे हैं, बल्कि अंगूर के फायदे भी बता रहे हैं। आशा करते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद कई लोगों के लिए अंगूर और प्रिय हो जाएगा। हालांकि, अंगूर के फायदे और नुकसान दोनों है, तो हमारी कोशिश यही रहेगी कि सावधानी के तौर पर अधिक सेवन से इससे होने वाले नुकसानों से भी हम अपने पाठकों को अवगत कराएं। तो, बिना देर करते हुए पढ़ें अंगूर के लाभ पर आधारित यह आर्टिकल।
अंगूर के फायदे – Benefits of Grapes (Angoor) in Hindi
दिखने में भले ही यह छोटा-सा फल है, लेकिन अंगूर के गुण अनेक हैं। स्वास्थ्य से लेकर त्वचा की बात करें या बालों की, इसमें मौजूद गुणकारी तत्व हर तरह से लाभकारी हो सकते हैं। नीचे जानिए अंगूर खाने से क्या होता है:
1. स्तन कैंसर से बचाव के लिए अंगूर के गुण
कई लोग हैं जो हैरान हो सकते हैं कि फेफड़ों, यानी लंग कैंसर के बाद, स्तन कैंसर महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा प्रमुख कारण है। इस तरह की समस्या पर ध्यान देना बहुत आवश्यक है। इससे बचाव के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट बहुत मददगार साबित हो सकते हैं। अगर डाइट में अंगूर को शामिल किया जाए, तो स्तन कैंसर से बचाव संभव है। वास्तव में, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, अंगूर में मौजूद एंटीऑक्सीडैंट्स में एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो स्तन कैंसर से बचाव में मदद कर सकते हैं। अंगूर कैंसर सेल्स के प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है। हालांकि, सिर्फ अंगूर का सेवन ही नहीं, बल्कि एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी जरूरी है। इसके अलावा, यदि किसी को पहले से ही कैंसर है, तो उन्हें डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि अंगूर से बचाव संभव है, लेकिन इसे कैंसर का उपचार नहीं माना जाना चाहिए।
2. आंखों के स्वास्थ्य के लिए अंगूर खाने के लाभ।
अंगूर के फायदे की बात करें, तो अंगूर का सेवन आंखों के लिए भी लाभकारी हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित स्टडी में चूहों पर किए गए अध्ययन में अंगूर युक्त डाइट को आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी देखा गया है। अंगूर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण होने वाले रेटिनल डिजनरेशन (retinal degeneration) यानी अंधेपन की समस्या को रोकने में सहायक पाया गया है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन आंखों की समस्याओं के मुख्य कारणों में से एक है। ऐसे में अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल्स, इन कारकों से लड़ने में मदद कर सकते हैं, जिससे दृष्टि स्वास्थ्य को बढ़ावा मिल सकता है। इन पॉलीफेनोल्स को फोटोरिसेप्टर्स (photoreceptors) यानी आंखों की खास कोशिकाएं की सुरक्षा के लिए भी पाया गया था।
इतना ही नहीं अंगूर में मौजूद रेस्वेराट्रोल भी उम्र के कारण होने वाली आंखों की समस्या यानी मैक्युलर डिजनरेशन के लिए भी लाभदायक हो सकता है। इसके अलावा, मोतियाबिंद से बचाव करने में भी सहायक हो सकता है।
3. हड्डियों के लिए Grapes के फायदे
अंगूर हड्डियों के लिए भी एक गुणकारी फल हो सकता है। दरअसल, चूहों पर किए गए परीक्षण में अंगूर को हड्डियों के लिए लाभकारी पाया गया है। ऐसा अंगूर के बीज में मौजूद प्रोएंथोस्यानिडींस (proanthocyanidins) नामक पॉलीफेनोल के कारण हो सकता है, जो हड्डियों की मजबूती बढ़ाने में सहायक हो सकता है । अंगूर के बीज भी काफी गुणकारी हो सकते हैं। एक अन्य चूहे के अध्ययन में अंगूर के बीजों में मौजूद प्रोएंथोस्यानिडींस हड्डी निर्माण को बढ़ावा देने के लिए सहायक पाया गया है। अध्ययन का निष्कर्ष है कि जब उच्च कैल्शियम आहार के साथ अंगूर का सप्लीमेंट लिया जाए, तो हड्डी के नुकसान का जोखिम कम हो सकता है । इतना ही नहीं प्रोएंथोस्यानिडींस युक्त अंगूर के बीज ऑस्टियोअर्थराइटिस जैसी हड्डी की समस्या के लिए भी लाभकारी हो सकता है और हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है । इसके अलावा, एक अन्य अध्ययन भी हैं, जिसमें अंगूर के सेवन से चूहों के बोन क्वालिटी में सुधार की बात सामने आई है। यहां एक बात तो सामने आ चुकी है कि अंगूर के साथ-साथ अंगूर के बीज भी लाभकारी हो सकते हैं।
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grapes
4. मधुमेह के लिए अंगूर के गुण
डायबिटीज की समस्या में मरीजों को फल खाने को लेकर काफी उलझन हो सकती है। ऐसे में अगर किसी को फल खाने की इच्छा हो, तो वो अंगूर् का सेवन कर सकते हैं। दरअसल, स्टडीज में ये बात सामने आयी है कि अंगूर में ग्लाइसेमिक लोड और ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। ऐसे में अंगूर को एंटी-डाइबिटिक आहार में संतुलित मात्रा में शामिल किया जा सकता है। अंगूर में अन्य महत्वपूर्ण यौगिक, जिसमें रेस्वेराट्रॉल, क्वेरसेटिन और कैटेचिन शामिल हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में सहायक हो सकते हैं। अगर डायबिटीज में खाए जाने वाले फलों की बात की जाए, तो अंगूर उन्हीं फलों में से एक है, लेकिन ध्यान रहे कि मधुमेह के मरीज फलों का जूस लेने से बचें। इसके अलावा, अंगूर के सेवन से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से लड़ने और मधुमेह के लक्षणों में सुधार करने में मदद मिल सकती है। लाल अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल एंटी-डाइबिटिक एजेंट की तरह काम कर सकते हैं। सिर्फ अंगूर ही नहीं, बल्कि इसके साथ ही अन्य अध्ययनों से पता चलता है कि अंगूर के बीज भी लाभकारी हो सकते हैं। दरअसल, अंगूर के बीजों में मौजूद प्रोएन्थोसाइनिडिन्स पेरीफेरल न्यूरोपैथी (peripheral neurophathy) यानी नसों की समस्या को रोकने में भी सहायक हो सकता है। यह समस्या भी डायबिटीज की गंभीर जटिलताओं में से एक है । खासतौर पर हरे अंगूर की जगह काले अंगूर का सेवन मधुमेह में उचित हो सकता है। इनकी मिठास भी कम होती है और बीज युक्त होने के कारण एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होते हैं। फिर भी इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें और जरूरत पड़े, तो डॉक्टर से इसकी मात्रा के बारे में भी राय-परामर्श जरूर लें।
5. कोलेस्ट्रॉल के लिए अंगूर खाने के फायदे
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से शरीर में कई तरह की समस्याएं जैसे – दिल की बीमारी, डायबिटीज और ऐसी ही कई परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए, कोलेस्ट्रॉल का सही रहना बहुत जरूरी है । कोलेस्ट्रॉल को संतुलित रखने के लिए अंगूर को आहार में शामिल किया जा सकता है। अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल्स में हायपोलिपिडेमिक (hypolipidemic) यानी कोलेस्ट्रॉल को कम करने का गुण पाया गया है। इसके सेवन से शरीर से हानिकारक कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम हो सकता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) में वृद्धि हो सकती है । चाहें तो, लाल अंगूर के जूस का सेवन भी किया जा सकता है। इसके सेवन से भी शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की वृद्धि हो सकती है।
6. दमा के लिए अंगूर के फायदे
दमा के मरीजों के लिए मौसम में बदलाव, धूल-मिट्टी और प्रदूषण काफी दुखदायी हो सकता है। ऐसे में डाइट में थोड़े अंगूर शामिल करके दमा के लक्षणों को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। दरअसल, वायुमार्ग में सूजन दमा का एक बहुत बड़ा कारण है। ऐसे में इस विषय में किए गए शोध में यह पाया गया है कि अंगूर के बीज में मौजूद प्रोएंथोसायडीन (Proanthocyanidin) सूजन को कम कर सकता है और दमा के लिए एक अच्छा उपचार साबित हो सकता है । हालांकि, ये अध्ययन अंगूर के बीज को लेकर है और अंगूर से संबंधित शोध की अभी जरूरत है, इसलिए अस्थमा के गंभीर मरीज अंगूर के सेवन से पहले एक बार डॉक्टरी सलाह भी लें, क्योंकि सभी की शारीरिक स्थिति और रोग-प्रतिरोधक क्षमता एक जैसी नहीं होती है।
7. कब्ज के लिए अंगूर के गुण
कई लोग कब्ज की समस्या की शिकायत करते हैं। इससे निजात पाने के लिए फाइबर युक्त डाइट लेनी चाहिए । वहीं, अंगूर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इससे कब्ज की परेशानी से कुछ हद तक राहत मिल सकती है । हालांकि, अगर किसी को कब्ज की समस्या बार-बार हो रही है, तो वो एक बार डॉक्टरी सलाह भी जरूर ले।
8. अल्जाइमर के लिए Grapes के गुण
भूलने की आदत आम है, लेकिन अगर यही ज्यादा होने लगे, तो इसे खतरे की घंटी समझना चाहिए। कुछ लोगों को उम्र के साथ-साथ भूलने की बीमारी होने लगती है, जिसे अल्जाइमर कहते हैं। हालांकि, इस बीमारी के कारण का अभी तक कोई सटीक पता नहीं चल पाया है, लेकिन बढ़ती उम्र और जीन्स इसके कारण हो सकते हैं। ऐसे में अंगूर के सेवन से इस बीमारी के जोखिम से बचा जा सकता है। बूढ़े चूहों पर किए गए अध्ययनों में लाल अंगूर् का जूस उनकी याददाश्त में सुधार करता हुआ पाया गया है। इसके अलावा, रेड ग्रेप से बनी रेड वाइन में कुछ विशेष पॉलीफेनोल्स जैसे- रेस्वेराट्रोल और प्रोएन्थोसाइनिडिन होते हैं, जो डिमेंशिया जैसी उम्र से संबंधित न्यूरोनल कमियों के जोखिम को कम कर सकते हैं। इन परिणामों से पता चलता है कि लाल अंगूर का रस, जिसमें पॉलीफेनोलिक यौगिक जैसे – फ्लेवोनोइड्स और रेस्वेराट्रोल्स एंटीऑक्सीडेंट मौजूद हैं, अल्जाइमर के उपचार में काफी हद तक प्रभावी हो सकते हैं । रेस्वेराट्रोल्स एक शक्तिशाली एजेंट की तरह काम कर न सिर्फ अल्जाइमर रोग से बचाव या उसके प्रभाव को कम करने में सहायक हो सकता है, बल्कि संज्ञानात्मक नुकसान से भी सुधार करने में सहायक हो सकता है । इससे यह बात सिद्ध होती है कि हरे अंगूर की तरह ही स्वास्थ्य के लिए लाल अंगूर के फायदे के साथ-साथ रेड वाइन के फायदे भी हो सकते हैं। हम स्पष्ट कर दें कि हमारा उद्देश्य अल्कोहल सेवन को बढ़ावा देना नहीं है।
9. ब्लड प्रेशर के लिए grape के फायदे
Grapes सेवन से सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर ( systolic blood pressure) कम हो सकता है। हालांकि, ब्लड प्रेशर की दवाइयों के मुकाबले इसका असर कम होता है। साथ ही अंगूर के बीज का अर्क, खासकर कम उम्र और मोटापे के शिकार लोगों में ब्लड प्रेशर की समस्या के लिए प्रभावकारी हो सकते हैं। साथ ही एक और बात सामने आई है कि लाल अंगूर के जूस का सेवन करने से आराम करते व्यक्ति के ब्लड प्रेशर में सुधार हो सकता है। साथ ही एक्सरसाइज करने के बाद ब्लड प्रेशर में भी सुधार आ सकता है, लेकिन यह सब कुछ व्यक्ति के यह शुरुआती बीपी पर निर्भर करता है। कई अध्ययनों में अंगूर में हाइपोटेंसिव प्रभाव (hypotensive effect) पाया गया है। इसलिए, निम्न रक्तचाप वाले लोग इसका सेवन सावधानी से करें या किसी विशेषज्ञ की राय लेकर करें।
10. ह्रदय स्वास्थ्य के लिए Grapes खाने के फायदे
Ceres, 100 Fruit ml, White Grape Juice, 1000 millilitre
Grapes में मौजूद फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक एसिड और रेस्वेराट्रोल हृदय रोग से बचाने में मदद कर सकते हैं। अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल्स में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस (एक गंभीर हृदय स्थिति) को रोका जा सकता है। इसके अलावा, अंगूर में मौजूद रेसवेरेट्रॉल में भी कार्डिओ प्रोटेक्टिव गुण होता है, जिस कारण हृदय रोग का जोखिम कम हो सकता है। हालांकि, हृदय रोग के मरीज डॉक्टरी परामर्श के अनुसार दवाई लेने को पहली प्राथमिकता दें और उसी अनुसार अंगूर को अपने डाइट में शामिल करें।
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