फ्रेंच बीन्स (French Beans in Hindi): उपयोग, लाभ
फ्रेंच बीन्स (French Beans in Hindi): उपयोग, लाभ
हरी फलियाँ (ग्रीन बीन्स) आम फलियों (फेजोलस वल्गैरिस) का ही कच्चा, आधा पका फल है। इन्हें कई नामों से जाना जाता है, जैसे कि फ्रेंच बीन्स (फ्रेंच-हरिकॉट वर्ट), स्नैप बीन्स या स्ट्रिंग बीन्स (इनकी आधुनिक किस्में स्ट्रिंगलेस हैं)। फिलीपींस में, हरी बीन्स (ग्रीन बीन्स) को बागुईओ बीन्स / हैबिचुएलस के नाम से जाना जाता है, और यार्डलॉन्ग बीन्स इनसे अलग होती हैं।
हरी फलियाँ (ग्रीन बीन्स), फलियों की अन्य किस्मों से अलग होती हैं क्योंकि हरी फलियों (ग्रीन बीन्स) को तब काटा और खाया जाता है जब इनके अंदर के बीज पूरी तरह से पके नहीं होते हैं। हरी फलियाँ (ग्रीन बीन्स), मूल रूप से दक्षिण और मध्य अमेरिका में पाई जाती थीं, जबकि पेरू और मैक्सिको में भी कई वर्षों से इसकी खेती किए जाने के प्रमाण मिले हैं। तीन सामान्य प्रकार की हरी फलियां फेजोलस वल्गैरिस प्रजाति की श्रेणी में आती हैं। ये तीनों, गोल और सपाट फलियाँ होती हैं जिन्हें स्नैप या स्ट्रिंग बीन्स कहते हैं; फ्रेंच या स्ट्रिंगलेस बीन्स जिसमें फली के किनारे रेशेदार, सख्त स्ट्रिंग वाले नहीं होते हैं; रनर बीन्स की प्रजाती अलग होती है जिसे फेजोलस कोकीनस कहते हैं।
French Beans के गुण:
- फ्रेंच बीन्स में वसा (फैट) और कैलोरी की मात्रा कम होती है।
- फ्रेंच बीन्स को खाने का सबसे अच्छा तरीका है उन्हें उबालकर, भाप में पकाकर, बेक करके या ग्रिल करके खाना।
- इस सब्जी में क्लोरोफिल अणु (मॉलिक्यूल) होता है, जो कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।
- फ्रेंच बीन्स में उचित मात्रा में B9 और फोलेट मौजूद होता है।
- फ्रेंच बीन्स में यौगिकों का एक समूह होता है जिसे रेटिनोइड्स के रूप में जाना जाता है जो प्रतिरक्षा शक्ति (इम्यूनिटी) को बढ़ाता है।
- पकी हुई फ्रेंच बीन्स में काफ़ी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।
French Beans के संभावित उपयोग
French Beans ke sambhavit upyog:
मनुष्यों के स्वास्थ्य के लिए, फ्रेंच बीन्स के निम्नलिखित उपयोग हो सकते हैं:
- कैंसर के खतरे को कम कर सकता है
हरी फलियाँ या फ्रेंच बीन्स में काफ़ी मात्रा में क्लोरोफिल हो सकता है, जो उच्च तापमान पर मांस को भूनने पर बनने वाले हेट्रोसायक्लिक एमाइन के कार्सिनोजेनिक प्रभाव को बेअसर कर सकता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि जो लोग भुना हुआ ग्रिल्ड मीट खाना पसंद करते हैं, उन्हें अपने भोजन में उबले हुए फ्रेंच बीन्स डालकर उसके नकारात्मक प्रभावों को संतुलित करना चाहिए।
- French Beans में प्रोटीन होता है
बालों, हड्डियों, मांसपेशियों और अंगों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए शरीर को प्रोटीन की ज़रूरत होती है। स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए भी प्रोटीन बेहद ज़रूरी है। हालाँकि, पौधों से मिलने वाले प्रोटीन में शरीर के लिए ज़रूरी अमीनो एसिड में से एक एसिड की कमी होती है, लेकिन अन्य प्रोटीन स्रोतों के साथ मिलकर, ये पूर्ण प्रोटीन बन सकते हैं और इस तरह से शरीर के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकते हैं।
- यह मिनरल और विटामिन का अच्छा स्रोत है
फ्रेंच बीन्स में ज़रूरी विटामिन मौजूद होते हैं जिनमें फोलेट भी शामिल है। एक कप कच्ची हरी फलियों (ग्रीन बीन्स) में लगभग 33 माइक्रोग्राम फोलेट होता है, जो दैनिक अनुशंसित आहार सेवन (डेली रेकमेंडेड डाइटरी इन्टेक) का लगभग 10% है। फोलेट एक तरह का B विटामिन है जो जन्म दोष (बर्थ डिफ़ेक्ट) और अन्य तंत्रिका नली दोष (न्यूरल ट्यूब डिफ़ेक्ट) से बचाता है।
एक कप कच्ची हरी फलियों (ग्रीन बीन्स) में 12.2 मिलीग्राम विटामिन C होता है, जो अनुशंसित दैनिक सेवन (रेकमेंडेड डेली इन्टेक) का लगभग 25% है। विटामिन C एक एंटीऑक्सीडेंट है जो प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को स्वस्थ बनाए रखता है और कोलेजन के बनने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह त्वचा को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है।
एक कप कच्ची फ्रेंच बीन्स में लगभग 690 IU विटामिन A होता है, जो रेटिनोइड्स यौगिकों का एक समूह है। विटामिन A बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली (हेल्थी इम्यूनिटी), स्वस्थ दृष्टि और प्रजनन में मदद करता है।
फ्रेंच बीन्स मैंगनीज़ जैसे मिनरल से भरपूर होते हैं जिसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं और मेटाबॉलिज़्म को बनाए रखते हैं। मैंगनीज़ चोट को जल्दी ठीक करने में मदद करता है और हड्डियों को स्वस्थ बनाता है।
- French Beans मानसिक स्वास्थ्य (मेन्टल हेल्थ) के लिए फ़ायदेमंद होती है
मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर और रसायनों का असंतुलन होना, अवसाद (डिप्रेशन) के प्राथमिक कारणों में से एक है। मस्तिष्क के स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने के लिए डोपामाइन, सेरोटोनिन और नोरेपीनेफ्राइन ज़रूरी होते हैं। कभी-कभी जब मस्तिष्क में इनका स्तर गिर जाता है, तो इससे अवसाद (डिप्रेशन) हो सकता है। रासायनिक होमोसिस्टीन, नॉरपेनेफ्रिन और सेरोटोनिन को बनने से रोकता है। फ्रेंच बीन्स में B9 या फोलेट पर्याप्त मात्रा में होता है, जो शरीर में होमोसिस्टीन के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। इसलिए, फ्रेंच बीन्स को खाने से मस्तिष्क के स्वास्थ्य को पर अच्छा प्रभाव पड़ सकता है।
- यह आयरन का एक अच्छा स्रोत है
नई लाल रक्त कोशिकाओं (रेड ब्लड सेल्स) बनाने के लिए शरीर को आयरन मिनरल की ज़रूरत होती है। कोशिकाएं (सेल्स), शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करती हैं। जिन व्यक्तियों में एनीमिया या आयरन की कमी होती है उन्हें कमजोरी का अनुभव होता है और उनका मेटाबॉलिज़्म धीमा होता है जिससे वह ज़्यादातर समय थका हुआ महसूस करते हैं। इसलिए, एनीमिया से पीड़ित व्यक्तियों को फ्रेंच बीन्स खाने से फ़ायदा हो सकता है। सौ ग्राम फ्रेंच बीन्स, एक व्यक्ति के लिए रोज़ाना ज़रूरी आयरन के 25% के बराबर होती है।
- दिल के स्वास्थ्य को बढ़ाता है
हाई कोलेस्ट्रॉल से धमनियों (आर्टरीज़) में वसा (फैट) जम जाता है और मस्तिष्क और हृदय में खून का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ सकता है। फ्रेंच बीन्स, दिल के स्वास्थ्य को सुधारता है क्योंकि इनमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है। एक कप कच्ची फ्रेंच बीन्स में 2.7 ग्राम फाइबर होता है, जबकि उबली हुई फ्रेंच बीन्स में घुलनशील (सॉल्यूबल) फाइबर के साथ 4.0 ग्राम फाइबर होता है। घुलनशील (सॉल्यूबल) फाइबर, कुल कोलेस्ट्रॉल या खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। फ्रेंच बीन्स सूजन (इन्फ्लेमेशन) और रक्त चाप (ब्लड प्रेशर) को कम करने में मदद करती है, इसलिए रोज़ाना एक कप फ्रेंच बीन्स खाना आपके लिए काफ़ी सेहतमंद होगा।
French Beans को कैसे इस्तेमाल करें?
- ताज़ा हरी फलियाँ (ग्रीन बीन्स)
- फ्रोज़न हरी फलियाँ (ग्रीन बीन्स)
- कैन वाली हरी फलियाँ (ग्रीन बीन्स)
- इसे उबाल कर/ भाप में पकाकर, बेक करके या तल कर खाया जा सकता है
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