Anxiety Meaning in Hindi – चिंता: कारण, पहचान, प्रकार, और उपचार

Published by Anushka Chauhan on

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एंग्जायटी (Anxiety) इंसान के लिए घातक है! यह मस्तिष्क को चोट देने के साथ ही शरीर को भी नुकसान पहुंचाती है। इस दौड़-भाग में हम लोगों की जिंदगी जैसी हो गई है उसमें एंग्जायटी (Anxiety) का होना बहुत आम बात है। रिश्तों में विश्वास की कमी, एक दूसरे से आगे निकलने की दौड़, लड़ाई-झगड़ा, ग़लत व्यवहार, समाज से दूर रहना यह सब बेचैनी के कारण हैं।

एंग्जायटी (Anxiety) क्या है?

एंग्जायटी (Anxiety) अवसाद, निराशा व दुख से जन्म लेती है। इस स्थिति में व्यक्ति को हर वक्त इस बात का डर लगा रहता है कि कुछ गलत होने वाला है। यह घबराहट के दौरे (पैनिक अटैक) होते हैं। एंग्जायटी (Anxiety) के दौरे में व्यक्ति को हर समय चिंता, डर व घबराहट महसूस होती है। इसके अलावा उलटी व जी मिचलाने की समस्या भी महसूस होती है, दिल की धड़कन तेज हो जाती है और सांस फूलने लगती है।

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जब भी कोई विचार अपने निश्चित स्तर से आगे बढ़ जाता है तो उसे एंग्जायटी (Anxiety) कहते हैं। विचार हमेशा एक निश्चित स्तर तक ही किये जाने चाहिए। सीमा से अधिक विचार कभी नहीं करना चाहिए। जब तक कोई भी विचार आपको परेशान ना करें तब तक वह सामान्य हैं परन्तु जब कोई विचार या सोच निश्चित स्तर से ऊपर जाकर आपको हैरान या परेशान करने लगे तब यह चिंता का विषय है।

एंग्जायटी (Anxiety) के सामान्य लक्षण– 

1.) बेवजह की चिंता करना

2.) हृदयगति में बढ़ोत्तरी होना

3.) छाती में खिंचाव महसूस होना

4.) सांस फूलना

5.) लोगों के सामने जाने से डरना

6.) लोगों से बातचीत करने से डरना

7.) लिफ्ट वग़ैरह में जाने का डर कि वापस नहीं निकल पाएंगे

8.) जुनून की हद तक सफाई करना

9.) बार-बार चीजों को सही करते रहना

10.) जीवन से निराश हो जाना

11.) ये सोचने कि आप मरने वाले हैं या कोई आपको मार देगा

12.) पुरानी बातों को याद करके बेचैन होना

13.) मांसपेशियों में तनाव बढ़ जाना

14.) फालतू विचारों में बढ़ोतरी होना

15.) बिना कारण के बेचैनी महसूस करना

16.) गैरजरूरी चीज के प्रति बहुत लगाव होना

17.) जल्दी निराश हो जाना

18.) किसी चीज के लिए अनावश्यक आग्रह करना आदि

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एंग्जायटी (Anxiety) के प्रकार

1.) सामान्य एंग्जायटी (Anxiety)

2.) अनियंत्रित जुनूनी प्रकार

3.) सामाजिक चिंता प्रकार

4.) डर या फोबिया

5.) पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर

6.) घबराहट

एंग्जायटी (Anxiety) के कारण– 

  1. ज़्यादा चिंता करने लगना

छोटी सी छोटी बातों को ज़्यादा सोचना और ऐसा आप की जिंदगी में बार बार होना एंग्जायटी (Anxiety) का ही लक्षण है। इसके चलते आप खुद के महत्वपूर्ण कामों को अच्छे से नहीं कर पाते।

  1. तनावपूर्ण घटनाएं

कार्य का बोझ, तनाव, अपने किसी प्रिय व्यक्ति का निधन अथवा प्रेमिका से ब्रेकअप जैसी अविश्वसनीय घटनाएँ आदि।

  1. परिवार का इतिहास

जिन व्यक्तियों के परिवार में मानसिक विकार से जुड़ी समस्याएँ होती रही हैं, उन्हें चिंता विकार की समस्या जल्दी हो सकती है जैसे ओसीडी विकार एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जा सकता है।

  1. स्वास्थ्य से जुड़े मामले

थायरॉयड की बीमारी, दमा, डायबिटीज या हृदय रोग आदि। जो व्यक्ति लंबे समय से डिप्रेशन से जूझ रहा हो, उसकी कार्यक्षमता में गिरावट आने लगती है। इससे कामकाज से जुड़ा तनाव बढ़ने लगता है और फिर एंग्जायटी (Anxiety) का जन्म होता है।

  1. नशे का इस्तेमाल

पीड़ा, ग़म, मायूसी, उदासी व तकलीफ़ को भुलाने के लिए बहुत से लोग शराब, नशीली दवाओं और दूसरे नशों का सहारा लेने लगते हैं।

  1. व्यक्तिव से जुड़े विकार

कुछ लोगों को पूर्णतः के साथ काम करने की आदत होती है लेकिन जब ये पूर्णतः की जिद सनक बन जाए तो ये एंग्जायटी (Anxiety) के अधीन आ जाता है। यही जिद उन लोगों में बिना वजह की घबराहट और चिंता को जन्म देती है।

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एंग्जायटी (Anxiety) के परिणाम

  1. उत्तेजित हो जाना

जब कोई बहुत ज्यादा परेशान होता है तो उसका सहानुभूति तंत्रिका तंत्र बहुत तेज़ काम करने लगता है जिसके कारण दिल की धड़कन बहुत तेजी से बढने लगती है, पसीना आने लगता है, हाथ पैर कांपने लगते हैं और मुंह सूखना शुरू हो जाता है।

  1. घबराहट हो जाना

ज्यादा कुछ सोचने पर असहजता और घबराहट होने लगती है जो कि एंग्जायटी (Anxiety) का ही एक लक्षण है। यह बहुत हानिकारक हो सकता है। इससे पहले कि यह बढ़े, डाक्टर से मिलना ज़रूरी है।

  1. थकान हो जाना

जब हमें ज्यादा थकान महसूस होने लगे तो सबसे पहले ये जानना ज़रूरी है कि ये सामान्य फ़ीलिंग है या किसी चिंता की वजह से हो रहा है। यदि इस थकान के कारण सिर दर्द या घबराहट है तो ये एंग्जायटी (Anxiety) का एक लक्षण है।

  1. ध्यान देने में मुश्किल होना

शोध से पता चला है कि जो लोग ज्यादा चिंता करते हैं, उन्हें ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है और चिंता से याद्दाश्त पर भी असर पड़ता है।

  1. चिड़चिड़ापन होना

एंग्जायटी (Anxiety) से पीड़ित लोग बहुत ज़्यादा चिड़चिड़े होते हैं। वे बात बात पर गुस्सा और चिड़चिड़ापन दिखाते हैं जिससे उनका सामाजिक स्तर निम्न हो जाता है। इसी वजह से वे लोगों से दूर हो जाते हैं।

  1. मांसपेशियों में तनाव

मांसपेशियों में तनाव रहने लगता है। व्यक्ति को चिंता के दौरे पड़ने लगते हैं वह खुद को हर जगह असुरक्षित पाता है।

  1. सोने में समस्या होना

एंग्जायटी (Anxiety) का एक लक्षण यह है कि व्यक्ति सही से सो नहीं पाता। नींद पूरी तरीके से नहीं ले पाने के कारण नींद में सोते हुए गिर जाना या आधी रात में जग जाना यह सब भी एंग्जायटी (Anxiety) के लक्षण हैं।

  1. घबराहट का दौरा पड़ना

एंग्जायटी (Anxiety) से पीड़ित लोगों को घबराहट का दौरा पड़ने लगता है जिसके कारण दिल की धड़कन बढ़ने लगती है व पसीना आने लगता है।

  1. समाज से कटे रहना

जिन लोगों को ज्यादा बेचैनी होती है वो सामाजिक स्थितियों से डरते रहते हैं। उन्हें समाज में उठना बैठना अच्छा नहीं लगता है। ऐसे लोगों को लगता है कि समाज उन्हें और उनकी बातों को अहमियत नहीं देगा।

  1. संतुष्टि का अभाव

एंग्जायटी (Anxiety) से पीड़ित इंसान कभी भी संतुष्टि का अनुभव नहीं कर पाता है। उसे सदा दुख का एहसास होता रहता है और वह संतुष्ट जीवन का आनंद लेने में असक्षम होता है।

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