थायरॉइड रोग होने के कारण

 अधिक तनावपूर्ण जीवन जीने से थायरॉइड हार्मोन (Thyroid hormone) की सक्रियता पर असर पड़ता है।

 आहार में आयोडीन की मात्रा कम या ज्यादा होने से थायरॉइड ग्रंथियाँ विशेष रूप से प्रभावित होती हैं।

यह रोग अनुवांशिक भी हो सकता है। यदि परिवार के दूसरे सदस्यों को भी यह समस्या रही हो, तो परिवार के दूसरे सदस्यों को भी हो सकती है।

महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान थायरॉइड हार्मोन्स में असंतुलन देखा जाता है, क्योंकि इस समय महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव आते हैं।

 भोजन में सोया उत्पादों का अधिक इस्तेमाल करने के कारण।

 थायरॉयड ग्रंथि में बैक्टीरिया या वायरस के कारण सूजन।

 थायरॉयड ग्रंथि में कैंसर या ट्यूमर।