,

नेफ्रोटिक सिंड्रोम के कारण और जोखिम कारक – Causes and Risk Factor of Nephrotic Syndrome in Hindi

,

बच्चों में यह समस्या होने का मुख्य कारण मिनिमल चेंज डिजीज है।बड़ों में इस सिंड्रोम की प्रमुख वजह मेम्ब्रनोउस ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस (Membranous glomerulonephritis) को माना गया है। इन दोनों ही स्थितियों में किडनी में मौजूद ग्लोमेरुली (छोटी रक्त वाहिकाओं के समूह) को नुकसान पहुंचता है।

,

– किडनी की समस्या

,

– मधुमेह की समस्या

,

– लुपस, एक तरह की सूजन की समस्या

,

– अमीलॉइडोसिस, शरीर के अंगों में अमाइलॉइड प्रोटीन का असामान्य तरीके से बनना

,

– संक्रमण, जैसे एचआईवी/एड्स,हेपेटाइटिस बीऔर हेपेटाइटिस सी

,

– एलर्जिक रिएक्शन की समस्या

,

– कुछ दवाएं, जैसे नॉन स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाई

,

– ऐसी आनुवांशिक बीमारी, जिससे किडनी पर असर पड़े